सन सनातन धर्म का महा मेला महा कुंभ मेला 2025
यह वह स्थान है जहां गंगा का मटमैला पानी है। अदृश्य मानस जाने वाली सरस्वती नदी की अन्तर्निहित व्याख्या। वैसे तो यह अदृश्य नदी भूगर्भ में बहती हुई मानी जाती है। संगम सिविल लाइन्स से 7 किमी. इसे अकबर किले के परकोटे से भी देखा जा सकता है असे
पवित्र संगम पर दूर-दूर तक पानी और मिट्टी के तट अंकित हैं नदी के बीच विधि-समुद्र तट एक छोटे से प्लाट फॉर्म पर है आधारित पुजारी-विधान से पूजा-आरक्षण संरचनाएं हैं धर्मपारायण हिन्दू के लिए संगम में एक उजागर जीवन को पवित्र करने वाली मानी जाती है। संगम के लिए नाव किले के पास से किराया लिया जा सकता है। कुम्भ/महाकुंभ पर संगम मनोरोगी हो जाता है। देश विदेश भर से यहां लोक आते हैं और इसकी मूर्तियां हैं महा कुंभ मेला 2025 का आयोजन होगा और इस महा कुंभ मेला में 40 करोड़ श्रद्धालु आने वाले है क्या आप जायेंगे इस हिन्दू धर्म के महा कुंभ में
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